
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा, सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितिकरण के लिए लगातार 12 दिन तक सत्याग्रह उपवास आंदोलन भूख हड़ताल में तूता धरना स्थल नया रायपुर पर असुविधाओं के बीच निर्बाध रूप से जारी है। रायपुर कांग्रेस भवन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौन सत्याग्रह कर रहे हैं यदि सही में मुख्यमंत्री गांधीवादी विचाराधारा वाले संवेदनशील होते तो धरना स्थल पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण हेतु किए जा रहे आंदोलन की सुध लेते उनको दिनेश शर्मा जैसे कर्मचारी नेता के स्वास्थ की चिंता होती। वास्तव में मुख्यमंत्री अपने चुनावी जन घोषणा-पत्र 2018 में किए नियमितिकरण के वादे पर मौन हैं। मुख्यमंत्री को कर्मचारियों की पीड़ा न दिखाई देती है न सुनाई देती है। इस पर सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी संघ के पदाधिकारियों द्वारा अपने प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा की स्वास्थ्य चिंता करते हुए मुख्यमंत्री से नियमितीकरण की निवेदन के लिए उनके मौन सत्याग्रह पर उनको उनके किए गए वादे याद दिलाने के लिए उपस्थित हुए थे। जिस प्रकार घोषणा पत्र में वादे झूठे निकले इनका मौन सत्याग्रह भी बिना मौन के देखा गया, जिसमें घोषणापत्र तैयार करने वाले उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव को भी पत्र भेंट कर नियमितीकरण हेतु अनुपूरक बजट में पास करने के लिए निवेदन किया गया है। यदि अनुपूरक बजट में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं किया जाता है तो आगामी समय में यह आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है। आज 8वें दिवस सत्याग्रह उपवास आंदोलन में
प्रमुख
नियमितिकरण हेतु दिनेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा 170 घण्टे का समय हो चूका है जिसपर कॉन्ग्रेस की प्रदेश सरकार मौन है इस आन्दोलन में दिनेश शर्मा के साथ में क्रमिक उपवास पर नगरी ब्लाक के केशव राम बंछोर, हैं।
राजेंद्र साहू, लुप्तेश्वर पांडे, देवेंद्र साहू, केलेंद्र सिंह ठाकुर, योगेश साहू मूलेश साहु एवम् विपिन तिवारी सहित दैनिक वेतन भोगी एक दिवसीय क्रमिक उपवास पर धरना स्थल तूता पर डटे