एक कर्मचारी जिसके पास विशेष अस्थायी नौकरी थी उसका निधन हो गया। कुछ महीने पहले उनकी पत्नी का भी निधन हो गया, इसलिए अब उनके नवजात बच्चे के पास कोई माता-पिता नहीं है। अस्थायी नौकरी व्यवस्था का विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि इसके खिलाफ लड़ते हुए उनकी मौत हो गयी.

एक कर्मचारी जो स्थायी कर्मचारी नहीं था वह स्थायी कर्मचारी बनना चाहता था। दुःख की बात है कि कार्यकर्ता की मृत्यु हो गई। जब बाकी […]

दैवेभो नियमितिकरण हेतु दिनेश शर्मा लगातार 12 दिन सत्याग्रह उपवास पर

प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा, सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितिकरण के लिए लगातार 12 दिन तक सत्याग्रह उपवास आंदोलन भूख हड़ताल में तूता […]

सत्याग्रह उपवास में बैठे दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को भाजपा का समर्थन

नियमितिकरण हेतु सत्याग्रह उपवास आंदोलन का लगातार सातंवा दिन पूर्ण हुआ। जिसमें दिनेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ द्वारा लगातार […]

तहसीलदार पहुंचे निरीक्षण में , हॉस्पिटल में मिले सिर्फ 1 डॉक्टर

सुहेला तहसीलदार नीलमणि दुबे शुक्रवार को शासकीय कार्यालयों सहित विभिन्न स्थानों के औचक निरीक्षण पर निकले थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के दौरान 3 […]

पंचायत प्रतिनिधि ही बेच रहे हैं सरकारी जमीन, राजस्व विभाग की जांच शुरू।

कलेक्टोरेट से आधा किमी दूरी पर स्थित बड़े झाड़ की सरकारी जमीन बाहरी लोगों को डोंगरी पंचायत के प्रतिनिधि बेच रहे हैं। पंच द्वारा काबिज […]